Personality of the Week : डीजे तो बजेगा...स्टैंड लेने वाले कौन हैं महंत लोकेश दास, ऋषिकेश में चलाते हैं आश्रम, इसी को प्रमुख गद्दी बताते हैं, Zen Z पीढ़ी के संन्यासी के बारे में सब कुछ जानिये
Personality of the Week : डीजे तो बजेगा...स्टैंड लेने वाले कौन हैं महंत लोकेश दास, ऋषिकेश में चलाते हैं आश्रम, इसी को प्रमुख गद्दी बताते हैं, Zen Z पीढ़ी के संन्यासी के बारे में सब कुछ जानिये
हरियाणा (Haryana) के पानीपत (Panipat) में महंत लोकेश दास चर्चा के केंद्र में हैं। डीजे बजाने के लिए स्टैंड लेने वाले लोकेश दास पानीपत के प्रमुख कार्यक्रमों में दिख रहे हैं। इनका पूरा नाम लोकेश अरोड़ा है लेकिन अब महंत हो चुके हैं। PehlaPanna पर इनके बारे में सब कुछ जानिये।
Karnal Politics : मनोहर लाल के सामने 35 हजार वोट लेने वाले कांग्रेसी त्रिलोचन सिंह फिर से चुनाव लड़ने को तैयार, हुड्डा गुट के त्रिलोचन ने गुटबाजी जैसे तीखे सवालों के भी दिए जवाब, चुनाव क्यों हारे, यह भी बताया PehlaPanna पर पूरा इंटरव्यू पढ़िये
Karnal Politics : मनोहर लाल के सामने 35 हजार वोट लेने वाले कांग्रेसी त्रिलोचन सिंह फिर से चुनाव लड़ने को तैयार, हुड्डा गुट के त्रिलोचन ने गुटबाजी जैसे तीखे सवालों के भी दिए जवाब, चुनाव क्यों हारे, यह भी बताया PehlaPanna पर पूरा इंटरव्यू पढ़िये
करनाल (Karnal) विधानसभा सीट से मनोहर लाल के सामने चुनाव लड़ने वाले त्रिलोचन सिंह कहते हैं, अगर पार्टी ने दोबारा टिकट दिया तो चुनाव जरूर लड़ेंगे। हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। बता दें कि मनोहर लाल (Manohar Lal) के खिलाफ चुनाव न लड़ना पड़े, इस वजह से कई कांग्रेसियों ने अपना विधानसभा क्षेत्र ही बदल लिया था। लेकिन त्रिलोचन सिंह डटे रहे। PehlaPanna ने उनसे बात की। आप भी पढ़ें, क्या-क्या वह बोले।
पानीपत के महामानव : लाहौर से आए मक्कड़ परिवार ने सम्मान से अंतिम संस्कार के लिए शिवपुरी को बदला, पेड़ों को बचाने के लिए लेंटर को बीच से काटा, हर रोज लंगर चलाते हैं, महीनों की बुकिंग, अयोध्या में आश्रम बनवाया, दो भाई की दुकान का किस्सा भी जानिये
पानीपत के महामानव : लाहौर से आए मक्कड़ परिवार ने सम्मान से अंतिम संस्कार के लिए शिवपुरी को बदला, पेड़ों को बचाने के लिए लेंटर को बीच से काटा, हर रोज लंगर चलाते हैं, महीनों की बुकिंग, अयोध्या में आश्रम बनवाया, दो भाई की दुकान का किस्सा भी जानिये
पानीपत (Panipat) का महामानव परिवार है मक्कड़ परिवार। विभाजन के वक्त पाकिस्तान (Pakistan) से किसी तरह बचकर आए हीरानंद मक्कड़ ने पानीपत में दो भाई नाम से कपड़े की दुकान खोली। सुबह और शाम को जब शिवपुरी के रास्ते से गुजरते तो उन्हें महसूस होता कि हमें तो अंतिम संस्कार का भी सम्मानजनक हक नहीं है। तब उन्होंने अपनी कमाई से इस शिवपुरी को बदला। उन्हीं की राह पर है बेटे वेद मक्कड़। अयोध्या में भी सेवा करते हैं। PehlaPanna पर यह महामानव रिपोर्ट पढिए और सभी को बताइये। ताकि हम एक अच्छा समाज बनाने में छोटी सी नेक भूमिका निभा सकें।
पानीपत के महामानव : पाकिस्तान में सब गंवाकर भारत आए हरिचंद आनंद, 87 बरस की उम्र में शिवपुरी में सेवा देते हैं, साइकिल इनका हेलीकॉप्टर, प्रेरित करती है ये कहानी
पानीपत के महामानव : पाकिस्तान में सब गंवाकर भारत आए हरिचंद आनंद, 87 बरस की उम्र में शिवपुरी में सेवा देते हैं, साइकिल इनका हेलीकॉप्टर, प्रेरित करती है ये कहानी
PehlaPanna अब आपको नॉलेज, विश्लेषण, राजनीति की खबरों के साथ ही महामानवों से भी परिचित कराएगा। असल जिंदगी के ये महामानव अगर न हों तो समाज अधूरा ही रहेगा। ऐसे ही एक हैं पानीपत (Panipat) के हरिचंद। बंटवारे के वक्त ट्रेन पर बैठकर भारत आए हरिचंद तब 11 बरस के थे। 87 की उम्र में साइकिल चलाते हैं, बेसहारा शवों का भी संस्कार कराते हैं।