PehlaPanna अब आपको नॉलेज, विश्लेषण, राजनीति की खबरों के साथ ही महामानवों से भी परिचित कराएगा। असल जिंदगी के ये महामानव अगर न हों तो समाज अधूरा ही रहेगा। ऐसे ही एक हैं पानीपत (Panipat) के हरिचंद। बंटवारे के वक्त ट्रेन पर बैठकर भारत आए हरिचंद तब 11 बरस के थे। 87 की उम्र में साइकिल चलाते हैं, बेसहारा शवों का भी संस्कार कराते हैं।

पानीपत के महामानव : पाकिस्तान में सब गंवाकर भारत आए हरिचंद आनंद, 87 बरस की उम्र में शिवपुरी में सेवा देते हैं, साइकिल इनका हेलीकॉप्टर, प्रेरित करती है ये कहानी