PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। आदि ग्रंथ में 11 भट्ट साहिबन का जिक्र है। मथुरा भट्ट ने गुरु अर्जुन देव के बारे में कहा था- प्रभु और गुरु में कोई भेद नहीं है। गुरु अर्जुन देव जी ने की थी गुरु ग्रंथ साहिब की संपादना।

Gurbani 40वीं किस्त : PehlaPanna पर रोज गुरबाणी; भट्ट साहिब ने क्यों लिखा था- परतछि रिदै गुरु अरजुन कै हरि पूरन ब्रहमि निवासु लोअऊ