सावन का पूरा महीना निकल गया। पानीपत (Panipat) बादलों के पानी को तरस गया। और अब जब इलेक्शन घोषित हो गए हैं तो भादो में बादल बरस पड़े। पूरा शहर डुबोकर रख दिया। जनता को रह-रहकर 1700 करोड़ का हिसाब याद आ गया। भक्तजन चर्चा कर रहे हैं, ये बादल अब कांग्रेस से मिल गए हैं। इलेक्शन के टाइम पर क्यों नीचे गिर पड़े हैं। PehlaPanna पर पढ़ें भक्तों के दिल से निकली बात।

Panipat खरा-PANNA : भक्तों की चर्चा; ये बादल कांग्रेस से मिले हुए हैं, इलेक्शन के टाइम पर क्यों नीचे गिर पड़े, बाऊजी! आप ड्रीम प्रोजेक्ट बनाते जाओ, कीचड़ में ही कमल खिलते हैं