अब तक आपने पढ़ा है कि किस तरह मराठा (Maratha) और अहमद शाह अब्दाली (Ahmad Shah Abdali) की सेना पानीपत पहुंच चुकी थी। मराठों के लिए परिस्थितियां विकट होती गईं। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अब्दाली की सेना के साथ वीरता से लड़े। हरियाणा (Haryana) के रोड़ मराठे 14 जनवरी 2024 को काला अंब पर शौर्य दिवस मनाएंगे। आज पढि़ए आगे की कहानी।

Third Battle of Panipat : चौथी किस्त - जानिए 1761 की लड़ाई में कहां-कहां बने थे शिविर, मराठा किस तरह चारों तरफ से घिर गए थे