जय सियाराम। PehlaPanna पर प्रत्येक मंगलवार को आप पढ़ रहे हैं सुंदरकाण्ड की महिमा। धर्माचार्य लालमणि पाण्डेय आपको सुंदरकाण्ड के दोहों और चौपाइयों का रहस्य समझा रहे हैं। आज 15वीं किस्त और 15वें दोहे में जानिये, हनुमान जी, मां जानकी को रामजी का संदेश सुनाते हैं। पढ़ें हनुमान जी ने क्या कहा।

Sundara Kanda और जीवन दर्शन-15 : राम जी ने क्यों कहा- दुख उसे बताओ जो समझ सके, हनुमंत लाल ने मां जानकी को धैर्य धारण का यूं संदेश दिया