जय सियाराम। PehlaPanna पर प्रत्येक मंगलवार को आप पढ़ रहे हैं सुंदरकाण्ड की महिमा। धर्माचार्य लालमणि पाण्डेय आपको सुंदरकाण्ड के दोहों और चौपाइयों का रहस्य समझा रहे हैं। आज 13वीं किस्त और 13वें दोहे में जानिये, राम जी की मुद्रिका देखकर सीता जी क्या सोचती हैं। हनुमंत लाल जी क्या कहते हैं। क्या हैं इसके मायने।

Sundara Kanda और जीवन दर्शन-13 : हनुमंत लाल ने जब मां जानकी को दिखाई मुद्रिका, तब मां सीता को क्यों नहीं हुआ पहले भरोसा, हमें क्या सीख मिलती है, ये भी जानिये