25 मार्च को सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuck) के आमरण अनशन के 20 दिन हो चुके हैं। PehlaPanna की ग्राउंड जीरो से लाइव रिपोर्ट। क्या यह आंदोलन सिर्फ लेह के लिए है। वहां के लोगों के हक लिए। या उसमें हमारा भी कोई हित है। क्यों उत्तर भारत और यहां का मीडिया लेह में चल रहे इस आंदोलन पर मौन है? इस सवाल का जवाब खोजने PehlaPanna.com पहुंचा सीधा लेह।

Ladakh में पहला पन्ना : शरीर को चीरती ठंड के बीच बैठे हैं सोनम वांगचुक, पहाड़ कांप रहे और सोनम पर्यावरण के लिए डटे हैं, क्यों पहुंचा PehlaPanna, क्यों मौन है मीडिया?