PehlaPanna पर तीन किस्तों में आप साका ननकाना साहिब का इतिहास पढ़ रहे हैं। आज अंतिम किस्त में पढ़ें कि कैसे सिखों ने अपनी जान की परवाह किए बिना अंग्रेजों की आंख से आंख मिलाई। महंत के बदमाशों को भी सबक सिखाया। सिखों ने जान देकर ननकाना साहिब को आजाद कराया।

Saka Nankana Sahib Or The Nankana massacre : तीसरी अंतिम किस्त; अंग्रेजों की बंदूकों के सामने अड़ गए सिख, चाबियां लेकर ही माने, आजाद कराया ननकाना साहिब