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Saka Nankana Sahib Or The Nankana Massacre 21 Feb : पहली किस्‍त; ननकाना साहिब में महंत की हैवानियत, बच्‍ची को उठा ले गए, सिखों पर बरसाईं गोलियां

आज 21 फरवरी है। इतिहास में यह दिन जलियांवाला बाग के बाद दूसरा बड़ा नरसंहार माना जाता है। जहां गुरु नानक ने जन्‍म लिया, उस जगह को हैवानों से मुक्‍त करवाने के लिए सिखों ने अपनी कुर्बानी दी। PehlaPanna पर तीन किस्‍तों में साका ननकाना साहिब (Saka Nankana Sahib) के उस इतिहास को पढ़ें और जानें कि किस तरह सिखों ने जान देकर ननकाना साहिब को आजाद कराया। युगों-युगों तक उनकी यह कुर्बानी भुला नहीं सकेंगे।

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Saka Nankana Sahib Or The Nankana Massacre 21 Feb : पहली किस्‍त; ननकाना साहिब में महंत की हैवानियत, बच्‍ची को उठा ले गए, सिखों पर बरसाईं गोलियां, Pehla Panna

Saka Nankana Sahib Or The Nankana Massacre 21 Feb : पहली किस्‍त; ननकाना साहिब में महंत की हैवानियत, बच्‍ची को उठा ले गए, सिखों पर बरसाईं गोलियां

ByShilpa Shilpa

Updated AtWednesday, February 21, 2024 at 2:17 AM

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