PehlaPanna पर तीन किस्तों में आप साका ननकाना साहिब का इतिहास पढ़ रहे हैं। सिखों ने जान देकर ननकाना साहिब को आजाद कराया। युगों-युगों तक उनकी यह कुर्बानी भुला नहीं सकेंगे।

Saka Nankana Sahib Or The Nankana massacre : दूसरी किस्त; गुरु ग्रंथ साहिब से लिपट गए भाई लशमन सिंह, उन पर हैवानों ने बरसा दीं गोलियां, पेड़ से बांधकर जला दिया, नौ साल के बच्चे को जलती चिता में फेंक दिया