ऐसा भला कैसे हो सकता है कि अयोध्या (Ayodhya) मंदिर में श्री राम प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर राजनीति न हो। भाजपा के लिए यह मतदाताओं को अपने साथ जोड़ने का मौका है, विपक्ष की दिक्कत है यदि खुश हो तो परेशानी, बयान कोई दे नहीं सकते। इसका सियासी विपक्ष में देखने को मिल रहा है। इंडियाा गठबंधन (India Alliance)ने भी इस बात को लेकर मतभेद हैं कि इस कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए या नहीं। PehlaPanna पर देखें यह खबर।

अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा और महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल, पवार को निमंत्रण नहीं, शिवसेना का बयान- हम भाजपा से पहले ही अयोध्या में हैं