पानीपत (Panipat) में एक ऐसा वाकया सामने आया है, जिसे पढ़कर शायद आपकी आंखें नम हो उठें। या सोचने पर मजबूर हों कि आपकी जेब में अंत समय में इतने पैसे हों कि कोई अपना आखिरी कंधा ही नसीब हो जाए। क्योंकि आठ एकड़ जमीन का मालिक जब जायदाद गंवा बैठा तो उसके निधन पर उसे अग्नि देने तक कोई नहीं आया।

Panipat में रिश्तों की अर्थी उठी, आठ एकड़ जमीन और कोठी के मालिक से सब कुछ छूट गया, कोई अपना अग्नि देने तक न आया, जनसेवा दल ने दिया आखिरी कंधा, PehlaPanna पर पढ़ें ये दुखद खबर