लद्दाख (Ladakh) देश के बाकी हिस्सों से काफी अलग है। भौगोलिक परिस्थितियां ही नहीं, यहां का रहन सहन, जनजीवन और संस्कृति सब अलग है। इसलिए सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) जब यह कहते हैं कि दिल्ली बैठे ब्यूरोक्रेट्स लद्दाख को लेकर नीति नहीं बना सकते। यह उनका अनुभव बोल रहा है। कौन हैं सोनम वांगचुक, जो लद्दाख के हितों को लेकर अनशन कर रहे हैं, पढ़ें मनोज ठाकुर की यह रिपोर्ट।

Ladakh में पहला पन्ना, तीसरी किस्त : क्लाइमेट फास्ट पर बैठे सोनम वांगचुक के बारे में जानें सब कुछ, पर्यावरण को लेकर चिंता की असली वजह भी पढ़ें