प्रणब मुखर्जी (Parnab Mukherjee) का भी एक बार कांग्रेस से निष्कासन हुआ था। लेकिन वह तब तक पार्टी में दोबारा शामिल नहीं हुए, जब तक कि उनका निष्कासन विधिवत रद नहीं हुआ था। निर्मल सिंह (Nirmal Singh) के मामले में ऐसा नहीं हुआ। हालांकि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, क्योंकि यह तो अपने उसूलों का मसला है। कुमारी सैलजा ने निकाला था, उदयभान ने शामिल कराया है। यह कांग्रेस की गुटनीति है।

Haryana Politics : निष्कासन रद कराए बिना निर्मल सिंह कांग्रेस में शामिल हुए, प्रणब मुखर्जी ने ऐसा नहीं किया था, कुमारी सैलजा ने निकाला और उदयभान ने दोबारा शामिल कराया