Ravidas Jayanti : रैदास के 40 शबदों को गुरु ग्रंथ साहिब में स्थान मिला, जानिये वो शबद, कहते थे- तोही मोही मोही तोही अंतर कैसा ॥ कनक कटिक जल तरंग जैसा
PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। आज का दिन खास है क्योंकि आज ही के दिन भगत रविदास का जन्म हुआ था। बनारस में जन्मे रैदास चमड़े के जूते बनाते हुए प्रभु भक्ति में लीन रहते थे। जानिये उनके बारे में।
धर्म-अध्यात्म/यात्रा पन्ना

Ravidas Jayanti : रैदास के 40 शबदों को गुरु ग्रंथ साहिब में स्थान मिला, जानिये वो शबद, कहते थे- तोही मोही मोही तोही अंतर कैसा ॥ कनक कटिक जल तरंग जैसा