Gurbani 36वीं किस्त : PehlaPanna पर रोज गुरबाणी; सातवें पातशाह सात अप्रैल को गुरु गद्दी पर विराजे, भाई नंद लाल क्यों कहते थे- सरवरि कौनन गुरु करता हरि राय
PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। सात अप्रैल के दिन 14 की उम्र में सिखों के सातवें गुरु बने थे गुरु हरि राय जी। गुरु हरगोबिन्द के पोते गुरु हरि राय ने जनमानस में प्रेम की बीज बोए। दारा शिकोह का भी इलाज कराया।
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Gurbani 36वीं किस्त : PehlaPanna पर रोज गुरबाणी; सातवें पातशाह सात अप्रैल को गुरु गद्दी पर विराजे, भाई नंद लाल क्यों कहते थे- सरवरि कौनन गुरु करता हरि राय