Advertisement
Advertisement
GurBani : दूसरी किस्त - पटना में जब गुरु साहिब ने रानी को मां कहकर पुकारा, गुरुबाणी में और भी क्या कहा गुरु गोबिंद सिंह जी ने, जानिये
गुरुबाणी की आज दूसरी किस्त में पढि़ए, पटना में गुरु साहिब के बिताए बचपन के दिन। क्यों पटना में आज भी पूड़ी और छोले का ही प्रसाद बनता है। PehlaPanna पर आपको रोजाना गुरुबाणी से अवगत कराने का एक विनम्र प्रयास शुरू किया गया है। आपके सुझाव एवं विचार भी आमंत्रित हैं।
January 13th 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
January 13th 2024
गुरुबाणी की आज दूसरी किस्त में पढि़ए, पटना में गुरु साहिब के बिताए बचपन के दिन। क्यों पटना में आज भी पूड़ी और छोले का ही प्रसाद बनता है। PehlaPanna पर आपको रोजाना गुरुबाणी से अवगत कराने का एक विनम्र प्रयास शुरू किया गया है। आपके सुझाव एवं विचार भी आमंत्रित हैं।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Related news
Gurbani 51वीं किस्त : शहादत के प्रकाशस्तंभ भाई मणि सिंह, मुगल जल्लाद अंग काटने लगा तो भाई साहिब ने बोला- पूरा हुकम मानो, अंगुलियों से काटो, सभी 12 भाई, नौ पुत्रों का बलिदान दे दिया, पर धर्म नहीं छोड़ा
July 18th 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
July 18th 2024
PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। सिख इतिहास के पन्ने अगर पलटेंगे तो भाई मणी सिंह (मनी सिंघ) के बिना यह अधूरा है। गुरु गोबिन्द सिंह जी के वह इतने प्रिय थे कि गुरु जी ने उन्हीं से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बाणी लिखवाई। भाई मणी सिंह खुद और पूरे खानदान के साथ शहीद हो गए। पढ़ें शहादत का यह प्रकाशस्तंभ।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Gurbani 50वीं किस्त : गुरु हरगोबिन्द साहिब की कलीरे पकड़कर कैद से छूटे थे 52 राजा, अकाल तख्त की कहानी भी पढ़ें, कैसे जहांगीर की बादशाहत को चुनौती दी गई
June 29th 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
June 29th 2024
PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पिछली किस्तों में आपने जाना कि सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी के खिलाफ षड्यंत्र रचे गए। उनके सुपुत्र गुरु हरगोबिन्द (Guru Hargobind) में अपनी जोत टिका गए। गुरु हरगोबिन्द को दलभंजन योद्धा भी कहा जाता है। जानिये, कैसे उन्होंने सूझबूझ से राजाओं को भी कैद से छुड़ाया
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Gurbani 49वीं किस्त : गुरु अर्जुन देव के खिलाफ चार षड्यंत्र रचे गए, जानिये उनकी शहीदी के क्या कारण बनते चले गए
June 29th 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
June 29th 2024
PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पिछली किस्तों में आपने जाना कि साईं मियां मीर फकीर से गुरु अर्जुन देव ने शाही इमारत की नींव रखवाई थी। श्रद्धालुओं का सुविधा का खुद ख्याल रखते थे गुरु अर्जुन देव। अब आगे...।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Gurbani 48वीं किस्त : भक्तों का ध्यान रखते थे गुरु अर्जुन देव, शाही इमारत की नींव साईं मियां मीर फकीर से रखवाई थी, जहांगीर के दरबार में होने लगा था विरोध
June 28th 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
June 28th 2024
PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पिछली किस्तों में आपने जाना कि किस तरह गुरु अर्जुन देव (Guru Arjan Dev) के बारे में उनके बचपने में ही जान गए थे गुरु अमर दास। बाबा बुढ़ा साहिब कौन थे। अब आगे...।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Gurbani 47वीं किस्त : गुरु अमर दास ने कैसे दोहते अर्जुन देव को पहचाना, गुरु ग्रंथ साहिब में क्यों लिखा है- थाल विच तिन वस्तु और बाबा बुढ़ा साहिब कौन थे
June 26th 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
June 26th 2024
PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। गुरु ग्रंथ साहिब (Guru Granth Sahib Ji) की संपादना करने वाले गुरु अर्जुन देव की परख तो गुरु अमर दास को उनके बचपने में ही हो गई थी। गुरु अर्जुन देव ने हरिमंदर साहिब में किया था गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश। तब बाबा बुढ़ा साहिब थे मुख्य ग्रंथी। पढ़ें पूरा वृतांत।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Gurbani 46वीं किस्त : गुरु अंगद देव ने जब हुमायूं को पाठ पढ़ाया, लंगर में गरीबों को दौलत भी बांटते थे, आप भी पढ़ें और विनम्र बनें
June 25th 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
June 25th 2024
PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पांचवीं किस्त में जानिये भाई लहणा जी कैसे गुरु अंगद देव बने। खडूर साहिब में उन्होंने गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का प्रचार किया। लंगर प्रथा को आगे बढ़ाया।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Gurbani 45वीं किस्त : PehlaPanna पर रोज गुरबाणी; भाई लहणा का गुरु अंगद देव के रूप में प्रगट होना, जब मुर्दे को खाने के हुकम से इन्कार नहीं किया, वो मिठाई में बदल गया
June 3rd 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
June 3rd 2024
PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। चौथी किस्त में जानिये भाई लहणा जी कैसे गुरु अंगद देव बने। कैसे उनकी पहली बार गुरु नानक देव जी से भेंट हुई।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Gurbani 44वीं किस्त : PehlaPanna पर रोज गुरबाणी; धर्म बचाने के लिए भाई लहणा को किस तरह गुरु नानक देव ने पाठ पढ़ाया, परीक्षाओं में सफल होते गए भाई लहणा
June 1st 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
June 1st 2024
PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। आपको कुछ किस्तों में बताएंगे कि भाई लहणा जी कैसे गुरु अंगद देव बने। कैसे उनकी पहली बार गुरु नानक देव जी से भेंट हुई। आज तीसरी किस्त।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Gurbani 43वीं किस्त : PehlaPanna पर रोज गुरबाणी; भाई लहणा सदा के लिए गुरु नानक जी के पास रह गए, सत वचन कहकर सारी सेवाएं ले जाते, नानक की मुट्ठी का राज भी खोला
May 21st 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
May 21st 2024
PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। आपको कुछ किस्तों में बताएंगे कि भाई लहणा जी कैसे गुरु अंगद देव बने। कैसे उनकी पहली बार गुरु नानक देव जी से भेंट हुई। आज दूसरी किस्त।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Gurbani 42वीं किस्त : PehlaPanna पर रोज गुरबाणी; जब पहली बार गुरु अंगद देव (तब भाई लहणा) जी गुरु नानक देव जी से मिलने पहुंचे, घोड़ी पर बैठे थे गुरु अंगद देव, जानें क्या हुआ
May 16th 2024
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें
Pehla Panna
May 16th 2024
PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। आपको कुछ किस्तों में बताएंगे कि भाई लहणा जी कैसे गुरु अंगद देव बने। कैसे उनकी पहली बार गुरु नानक देव जी से भेंट हुई।
पूरी खबर पढ़ने के लिए विजिट करें