गुरुबाणी की आज तीसरी किस्त में पढि़ए। मकर संक्रांति के दिन 40 सिख शहीद हुए थे। गुरु गोबिंद सिंह (Guru Gobind Singh) ने स्वयं इनका अंतिम संस्कार कराया था। अंतिम वक्त पर इनके सिर को अपनी गोद में रखा। PehlaPanna पर आपको रोजाना गुरुबाणी से अवगत कराने का एक विनम्र प्रयास शुरू किया गया है। आपके सुझाव एवं विचार भी आमंत्रित हैं।

GurBani तीसरी किस्त - गुरु गोबिंद सिंह ने जब शहीद सिखों को दिया 40 मुक्ते का दर्जा, अरदास में 40 मुक्ते का नाम लिया जाता है