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Gurbani 49वीं किस्त : गुरु अर्जुन देव के खिलाफ चार षड्यंत्र रचे गए, जानिये उनकी शहीदी के क्या कारण बनते चले गए
PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पिछली किस्तों में आपने जाना कि साईं मियां मीर फकीर से गुरु अर्जुन देव ने शाही इमारत की नींव रखवाई थी। श्रद्धालुओं का सुविधा का खुद ख्याल रखते थे गुरु अर्जुन देव। अब आगे...।
June 29th 2024
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Pehla Panna
June 29th 2024
PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पिछली किस्तों में आपने जाना कि साईं मियां मीर फकीर से गुरु अर्जुन देव ने शाही इमारत की नींव रखवाई थी। श्रद्धालुओं का सुविधा का खुद ख्याल रखते थे गुरु अर्जुन देव। अब आगे...।
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July 18th 2024
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PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। सिख इतिहास के पन्ने अगर पलटेंगे तो भाई मणी सिंह (मनी सिंघ) के बिना यह अधूरा है। गुरु गोबिन्द सिंह जी के वह इतने प्रिय थे कि गुरु जी ने उन्हीं से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बाणी लिखवाई। भाई मणी सिंह खुद और पूरे खानदान के साथ शहीद हो गए। पढ़ें शहादत का यह प्रकाशस्तंभ।
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June 29th 2024
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PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पिछली किस्तों में आपने जाना कि सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी के खिलाफ षड्यंत्र रचे गए। उनके सुपुत्र गुरु हरगोबिन्द (Guru Hargobind) में अपनी जोत टिका गए। गुरु हरगोबिन्द को दलभंजन योद्धा भी कहा जाता है। जानिये, कैसे उन्होंने सूझबूझ से राजाओं को भी कैद से छुड़ाया
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June 28th 2024
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June 28th 2024
PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पिछली किस्तों में आपने जाना कि किस तरह गुरु अर्जुन देव (Guru Arjan Dev) के बारे में उनके बचपने में ही जान गए थे गुरु अमर दास। बाबा बुढ़ा साहिब कौन थे। अब आगे...।
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June 26th 2024
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June 26th 2024
PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। गुरु ग्रंथ साहिब (Guru Granth Sahib Ji) की संपादना करने वाले गुरु अर्जुन देव की परख तो गुरु अमर दास को उनके बचपने में ही हो गई थी। गुरु अर्जुन देव ने हरिमंदर साहिब में किया था गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश। तब बाबा बुढ़ा साहिब थे मुख्य ग्रंथी। पढ़ें पूरा वृतांत।
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June 25th 2024
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PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पांचवीं किस्त में जानिये भाई लहणा जी कैसे गुरु अंगद देव बने। खडूर साहिब में उन्होंने गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का प्रचार किया। लंगर प्रथा को आगे बढ़ाया।
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PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। चौथी किस्त में जानिये भाई लहणा जी कैसे गुरु अंगद देव बने। कैसे उनकी पहली बार गुरु नानक देव जी से भेंट हुई।
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June 1st 2024
PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। आपको कुछ किस्तों में बताएंगे कि भाई लहणा जी कैसे गुरु अंगद देव बने। कैसे उनकी पहली बार गुरु नानक देव जी से भेंट हुई। आज तीसरी किस्त।
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May 21st 2024
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May 16th 2024
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May 9th 2024
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