PehlaPanna पर आप प्रत्येक दिन सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। आज जानिये, गुरु नानक देव जी ने कच्ची कंध यानी दीवार को भी युगों-युगों तक का आशीष दे दिया। भाई मरदाना अंतिम सांस तक गुरु जी के साथ रहा। पढ़िए ये ये किस्त।

Gurbani 20वीं किस्त - PehlaPanna पर रोज पढ़ें गुरबाणी; गुरु नानक जी का आनंद कारज, जब गुरु जी ने कच्ची दीवार पर मेहर कर दी, वहां अब है कंध साहिब गुरुद्वारा, भाई मरदाने को क्या आशीष दिया, जानिये