PehlaPanna पर आप सरदार कुलवंत सिंह जी के माध्यम से गुरबाणी पढ़ रहे हैं। पिछली किस्तों में आपने जाना कि सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी के खिलाफ षड्यंत्र रचे गए। उनके सुपुत्र गुरु हरगोबिन्द (Guru Hargobind) में अपनी जोत टिका गए। गुरु हरगोबिन्द को दलभंजन योद्धा भी कहा जाता है। जानिये, कैसे उन्होंने सूझबूझ से राजाओं को भी कैद से छुड़ाया

Gurbani 50वीं किस्त : गुरु हरगोबिन्द साहिब की कलीरे पकड़कर कैद से छूटे थे 52 राजा, अकाल तख्त की कहानी भी पढ़ें, कैसे जहांगीर की बादशाहत को चुनौती दी गई