पिछली किस्त में आपने जाना कि किस तरह रघुनाथराव (Raghunath Rao) पेशवा बनने के लिए अत्यंत महत्वाकांक्षी थे। पेशवा माधवराव ने किस तरह से मराठों का साम्राज्य फिर से मजबूत किया। वहीं उत्तर में महादजी शिंदे (सिंधिया) का उदय हुआ। Pehlapanna के साथ पढ़िए आगे की कहानी।

After Third Battle of Panipat : 14वीं किस्त : महादजी सिंधिया ने मराठों को उत्तर में दोबारा मजबूत किया, पुणे में पेशवा बनने के लिए बढ़ती गई तकरार